अभिव्यक्ति...
...शब्दों में संवेदना की !
सादर अभिनन्दन...
सादर अभिनन्दन...
Sunday, July 08, 2012
चंद लमहों की तो उमर अता की है उसने हमे
रकीब-हबीब कौन है सोचने को वक़्त कहाँ है!!
1 comment:
मनीष
9 July 2012 at 23:31
thank u Aahuti ji
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
thank u Aahuti ji
ReplyDelete