अभिव्यक्ति...
...शब्दों में संवेदना की !
सादर अभिनन्दन...
सादर अभिनन्दन...
Thursday, July 12, 2012
कभी खुद से कभी ग़मो से लड़ा हूँ आज तक,
मैं भी इंसान हूँ, मुझे भी थकान होती है...
--- मनीष
2 comments:
palash
25 August 2012 at 00:51
अच्छा लिखा है
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मनीष
25 August 2012 at 01:05
बहुत शुक्रिया
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अच्छा लिखा है
ReplyDeleteबहुत शुक्रिया
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