अभिव्यक्ति...
...शब्दों में संवेदना की !
सादर अभिनन्दन...
सादर अभिनन्दन...
Wednesday, June 20, 2012
मुझे मालूम है हर दाव हर एक हुनर उसका फिर भी
वो मिलता ही कुछ इस अदा से है की मैं सब भूल जाता हूँ...
--- मनीष
1 comment:
मनीष
23 June 2012 at 00:04
शुक्रिया, बहुत बहुत शुक्रिया...!
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शुक्रिया, बहुत बहुत शुक्रिया...!
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