अभिव्यक्ति...
...शब्दों में संवेदना की !
सादर अभिनन्दन...
सादर अभिनन्दन...
Saturday, October 08, 2011
तेरी मोहब्बत ने...
एक नाता था मेरा खुशियों से बरसो पुराना,
तेरी मोहब्बत ने वो नाता भी तोड़ दिया...
3 comments:
विभूति"
9 October 2011 at 16:30
nice...
Reply
Delete
Replies
Reply
संजय भास्कर
27 October 2011 at 17:57
वाह बेहतरीन !!!!
Reply
Delete
Replies
Reply
मनीष
27 October 2011 at 22:24
शुक्रिया...
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
nice...
ReplyDeleteवाह बेहतरीन !!!!
ReplyDeleteशुक्रिया...
ReplyDelete